गाजियाबाद। वरिष्ठ संवाददाता। बिल्डर ने सब-स्टैंडर्ड लिफ्ट लगाई है। स्वीमिंग पुल बनाकर नहीं दिया। सड़क खोद डाली है। गंदगी की भरमार है। सींकिंग फंड वापस नहीं दे रहे हैं। पार्क की जगह इमारत खड़ी कर रहे हैं। सीवर ओवरफ्लो है। कंप्लीशन सर्टिफिकेट लिए बगैर दिया पजेशन। रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं लगाया गया है।
शनिवार को महानगर के तमाम आरडब्ल्यूए फेडरेशन के दो-दो पदाधिकारियों को जीडीए सभागार में आमंत्रित किया गया था। दोपहर से शाम तक चली बैठक में ज्यादातर सोसाइटियों के बिल्डरों पर आरोप लगाया गया कि वह सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा रहे हैं। जैसे- स्वीमिंग पूल, क्लब, जॉगिंग ट्रैक, बच्चों के लिए पार्क आदि।
सेक्योरिटी डिपोजिट भी वापस नहीं की गई है और कुछ सोसाइटियों जैसे ईस्टर्न हाइट्स, आम्रपाली रॉयल की शिकायतें सबसे अधिक सुनने को मिली। आरडब्ल्यूए फेडरेशन के तेजेंद्र पाल त्यागी ने कई समस्याओं की ओर अफसरों का ध्यान आकर्षित कराया।
फर्राटेदार अंग्रेजी में शिकायतें सुन कर जीडीए चेयरमैन संतोष यादव ने कहा कि उनके साथ रेजीडेंट्स की यह पहली बैठक है। पहली बैठक में 100 प्रतिशत शिकायतें दूर नहीं हो पाएंगी लेकिन हर समस्या को नोट कर लिया गया है। कम से कम 60 प्रतिशत समस्या दूर कर ली जाएगी।
चार टीम बना कर प्रशासन और नगर निगम की मदद से समस्याएं दूर की जाएंगी। बैठक में डीएम अपर्णा उपाध्याय, नगर आयुक्त जितेंद्र सिंह, प्राधिकरण के सचिव सुभाष चन्द्र उत्तम, ओएसडी डीपी सिंह एवं मुख्य अभियन्ता डीआर यादव, पुलिस अधीक्षक नगर शिवशंकर यादव सहित कई अफसर मौजूद रहे।
आम समस्याएं जो बार-बार सामने आईरामप्रस्थ ग्रीन के संजीव कुमार ने फायर फाइटिंग, पानी की कमी, खुली पार्किग, सीवेज आदि की समस्यायें उठाई। विंडसर पार्क के एडवोकेट एसके पाल ने यूपी अपार्टमेन्ट एक्ट और नियम की तरफ ध्यान आकर्षित कराया।
ऑरेंज काउंटी की अध्यक्षा मधुर दादलानी ने जानकारी दी कि बिल्डर ने बेसमेंट में गैस बैंक चलाया हुआ है, पार्किंग की जगह में फ्लैट बना रखा है। पिंसेस पार्क की अध्यक्षा रेखा पाठक ने बताया कि हमारे पैसे से बने क्लब की आमदनी बिल्डर ले रहा है। देवेंद्र मलिक, एसके महेश्वरी, मोहन सांगवान, केजी विश्नोई आदि सहित अनेकों रेजीडेंट्स ने समस्यायें भी रखीं और समाधान भी बताए।
बैठक में आरडब्ल्यूए फेडरेशन के सचिन यादव, इंदिरापुरम के विशेष प्रतिनिधि आलोक कुमार, सह-चेयरमैन एमके मचामा, महासचिव संजय सिंह, सुनीता नागपाल, कंफेडरेशन के हसन, आदित्य गार्डन सिटी के अध्यक्ष अशोक चौधरी, डिजाइन आर्च के हर्षवर्धन सहित करीब 100 आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधि उपस्थित थे।आश्वासन और निर्णयगाजियाबाद विकास प्राधिकरण फेसबुक, ईमेल, मैसेज आदि पर उपलब्ध है।
सीएटीपी गौढ़ और ओएसडी धर्मेन्द्र को इस संबंध में अधिकृत किया गया है। 15 मई 2012 तक एक शिकायत सेल स्थापित कर लिया जाएगा। जिसे प्राइवेट स्वयं सेवी संस्थाएं संचालित करेंगे और जो आरडब्ल्यूए की शिकायत का जवाब भी देगा।चार टीम गठित की जाएंगी जिसमें दो प्रतिनिधि जिलाधिकारी के, दो पुलिस के और दो विकास प्राधिकरण के होंगे।
ये टीम शाम को 7 बजे से रात 9 बजे तक विभिन्न आरडब्ल्यूए में जाएगी और बिल्डर के साथ मिलकर मौके पर समस्याओं का निस्तारण करेगी।गाजियाबाद को विकास प्राधिकरण ने 8 जोनों में बांटा है। प्रत्येक जोन में एक मुख्यालय स्थापित किया जाएगा जो उस जोन की समस्याओं और समाधान पर नजर रखेगा।
72 साल से ज्यादा जीना है तो दो पेड़ लगाए जीडीए चेयरमैन संतोष यादव ने प्रत्येक नागरिक से अपने नाम का एक पेड़ लगाने की अपील की है। और 300 वर्ग मीटर से बड़े भवनों में अनिवार्य रूप से रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने की हिदायत भी दी है। यादव ने कहा कि एक पेड़ 72 वर्ष तक एक व्यक्ति को पर्याप्त ऑक्सीजन देता है। इससे ज्यादा जीना है जो दो पेड़ लगाएं।
REF:http://www.livehindustan.com/news/location/rajwarkhabre/article1-story-0-0-229299.html
पेयजल की समस्या है। पार्किंग दूसरी पार्टी को बेच दी है। आरडब्ल्यूए पंगा करा रहा है। किए वादे नहीं निभाए। क्लब नहीं बनाया। सिक्योरिटी दोयम दर्जे की है। मेनटेंनेंस के नाम पर लूटा जा रहा है। आदि-आदि दर्जनों रेजीडेंट्स की सैकड़ों शिकायतें। वह भी पहली बार एक साथ मौजूद जीडीए चेयरमैन, डीएम और नगरायुक्त के सामने।
शनिवार को महानगर के तमाम आरडब्ल्यूए फेडरेशन के दो-दो पदाधिकारियों को जीडीए सभागार में आमंत्रित किया गया था। दोपहर से शाम तक चली बैठक में ज्यादातर सोसाइटियों के बिल्डरों पर आरोप लगाया गया कि वह सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा रहे हैं। जैसे- स्वीमिंग पूल, क्लब, जॉगिंग ट्रैक, बच्चों के लिए पार्क आदि।
सेक्योरिटी डिपोजिट भी वापस नहीं की गई है और कुछ सोसाइटियों जैसे ईस्टर्न हाइट्स, आम्रपाली रॉयल की शिकायतें सबसे अधिक सुनने को मिली। आरडब्ल्यूए फेडरेशन के तेजेंद्र पाल त्यागी ने कई समस्याओं की ओर अफसरों का ध्यान आकर्षित कराया।
फर्राटेदार अंग्रेजी में शिकायतें सुन कर जीडीए चेयरमैन संतोष यादव ने कहा कि उनके साथ रेजीडेंट्स की यह पहली बैठक है। पहली बैठक में 100 प्रतिशत शिकायतें दूर नहीं हो पाएंगी लेकिन हर समस्या को नोट कर लिया गया है। कम से कम 60 प्रतिशत समस्या दूर कर ली जाएगी।
चार टीम बना कर प्रशासन और नगर निगम की मदद से समस्याएं दूर की जाएंगी। बैठक में डीएम अपर्णा उपाध्याय, नगर आयुक्त जितेंद्र सिंह, प्राधिकरण के सचिव सुभाष चन्द्र उत्तम, ओएसडी डीपी सिंह एवं मुख्य अभियन्ता डीआर यादव, पुलिस अधीक्षक नगर शिवशंकर यादव सहित कई अफसर मौजूद रहे।
आम समस्याएं जो बार-बार सामने आईरामप्रस्थ ग्रीन के संजीव कुमार ने फायर फाइटिंग, पानी की कमी, खुली पार्किग, सीवेज आदि की समस्यायें उठाई। विंडसर पार्क के एडवोकेट एसके पाल ने यूपी अपार्टमेन्ट एक्ट और नियम की तरफ ध्यान आकर्षित कराया।
ऑरेंज काउंटी की अध्यक्षा मधुर दादलानी ने जानकारी दी कि बिल्डर ने बेसमेंट में गैस बैंक चलाया हुआ है, पार्किंग की जगह में फ्लैट बना रखा है। पिंसेस पार्क की अध्यक्षा रेखा पाठक ने बताया कि हमारे पैसे से बने क्लब की आमदनी बिल्डर ले रहा है। देवेंद्र मलिक, एसके महेश्वरी, मोहन सांगवान, केजी विश्नोई आदि सहित अनेकों रेजीडेंट्स ने समस्यायें भी रखीं और समाधान भी बताए।
बैठक में आरडब्ल्यूए फेडरेशन के सचिन यादव, इंदिरापुरम के विशेष प्रतिनिधि आलोक कुमार, सह-चेयरमैन एमके मचामा, महासचिव संजय सिंह, सुनीता नागपाल, कंफेडरेशन के हसन, आदित्य गार्डन सिटी के अध्यक्ष अशोक चौधरी, डिजाइन आर्च के हर्षवर्धन सहित करीब 100 आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधि उपस्थित थे।आश्वासन और निर्णयगाजियाबाद विकास प्राधिकरण फेसबुक, ईमेल, मैसेज आदि पर उपलब्ध है।
सीएटीपी गौढ़ और ओएसडी धर्मेन्द्र को इस संबंध में अधिकृत किया गया है। 15 मई 2012 तक एक शिकायत सेल स्थापित कर लिया जाएगा। जिसे प्राइवेट स्वयं सेवी संस्थाएं संचालित करेंगे और जो आरडब्ल्यूए की शिकायत का जवाब भी देगा।चार टीम गठित की जाएंगी जिसमें दो प्रतिनिधि जिलाधिकारी के, दो पुलिस के और दो विकास प्राधिकरण के होंगे।
ये टीम शाम को 7 बजे से रात 9 बजे तक विभिन्न आरडब्ल्यूए में जाएगी और बिल्डर के साथ मिलकर मौके पर समस्याओं का निस्तारण करेगी।गाजियाबाद को विकास प्राधिकरण ने 8 जोनों में बांटा है। प्रत्येक जोन में एक मुख्यालय स्थापित किया जाएगा जो उस जोन की समस्याओं और समाधान पर नजर रखेगा।
72 साल से ज्यादा जीना है तो दो पेड़ लगाए जीडीए चेयरमैन संतोष यादव ने प्रत्येक नागरिक से अपने नाम का एक पेड़ लगाने की अपील की है। और 300 वर्ग मीटर से बड़े भवनों में अनिवार्य रूप से रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने की हिदायत भी दी है। यादव ने कहा कि एक पेड़ 72 वर्ष तक एक व्यक्ति को पर्याप्त ऑक्सीजन देता है। इससे ज्यादा जीना है जो दो पेड़ लगाएं।
REF:http://www.livehindustan.com/news/location/rajwarkhabre/article1-story-0-0-229299.html
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